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सिंदबाद ट्रैवल्स-33 जर्मनी-2 हाइडलबर्ग-2

सिंदबाद ट्रैवल्स-33 जर्मनी-2;हाइडलबर्ग 2 Sindbad Travels-33 Germany-;Heidelberg 2 हाइडलबर्ग के इस्कॉन के गैस्टहाउस में मेरा सामान लेकर जो जनाब सीढ़ी चढ़ कर आगे चले गए थे उनके पीछे-पीछे मैं भी उस हॉल नुमा कमरे में पहुँच गया।कमरे में एक तरफ उन्होंने मेरा सामान रख दिया,वो भारतीय नहीं थे, मैंने उनको धन्यवाद दिया फिर उन्होंने बताया कि इस कमरे में दो लोग और हैं।कमरे में दो सिंगल पलंग अलग-अलग दीवारों से सटे आमने सामने पड़े थे और ज़मीन पर मेरे लिए एक मोटा डनलप का गद्दा उन लोगों ने डाला था जिस पर अगले कुछ दिन तक मेरा सोना होना था और साथ में ओढ़ने को कम्बल भी था वैसे सारी बिल्डिंग सेंट्रली हीटेड थी।जैसा मैं पहले बता भी चुका हूँ कि अपनी विदेश यात्रा शुरू करने के पहले मैंने यूथ हॉस्टल और इस्कॉन की लाइफ मेम्बरशिप ली थी।इस्कॉन की मेम्बरशिप में एक बार में 8 दिन तक उनके दुनिया भर के किसी भी गैस्ट हाउस में रुका जा सकता था और खाना भी उसमें निःशुल्क मिलता था, वो भी भारतीय, जो उस समय में विदेश में एक बड़ी नेमत थी।इस्कॉन के दुनिया के अनेकों शहरों में रेस्टॉरेंट्स हैं और कई शहरों में रुकने की व्यवस्था भी है।ठहरने

सिंदबाद ट्रैवल्स-32 जर्मनी(1) हाइडलबर्ग Sindbad Travels-32 Germany(1) Heidelberg

सिंदबाद ट्रैवल्स-32 Sindabad Travels-32 जर्मनी (1):-हाइडलबर्ग Germany (1):-Heidelberg Coordinates:- 49.3988°N,8.6724°E Time zone:-Central European Time Zone आज  26 अगस्त 2022 को एक बहुत लंबे अंतराल के बाद जब मैं अपने विदेश यात्रा वृतांत के अगले भाग को यानी 32वें भाग को लिखने बैठा हूँ तो बहुत अच्छा लग रहा है।पिछला भाग-31 जो मेरी स्विट्ज़रलैंड यात्रा का आखिरी भाग था मैंने 26 जुलाई 2019 को पोस्ट किया था फिर इस बीच ऐसे बहुत से व्यक्तिगत कारण रहे कि इस क्रम में 3 वर्ष का व्यवधान आ गया।अब आज से इसको फिर से शुरू कर रहा हूँ और प्रयास होगा कि इसको पहले की भाँति प्रस्तुत करता रहूँ। तो अब बात 14 अक्टूबर 1991 से शुरू करता हूँ;14 अक्टूबर मेरा जन्मदिन भी होता है तो सन 1991 के अपने इस जन्मदिन 14 अक्टूबर को अब मैं चल पड़ा था अपनी निर्यातक बनने की यात्रा के अगले पड़ाव पर यानी कि जिनेवा से जर्मनी के फ्रैंकफर्ट की ओर।मैं जब जिनेवा से जहाज में बैठा तो अतुल भैया और कनक भाभी के स्नेह तथा आवभगत की मधुर यादें हृदय में समेट कर ले जा रहा था और स्विट्जरलैंड के मनोरम दृश्यों की झांकी भी।जहाज हवा में उड़ कर बादलों के