बुरा ना मानो होली है
#बुरा_ना_मानो_होली_है इन दिनों पूरे ब्रज क्षेत्र में होली का माहौल और खुमार रहता है पर इस बार तो लगता है न सिर्फ पूरे देश में बल्कि पूरे भारतीय उपमहाद्वीप में भी होली की रंग-तरंग की धूम है शायद सारे कुओं और नदियों में भांग पड़ गयी है या शायद समंदर में भी... होली मतलब हँसी, ठिठोली,भांग की तरंग और nothing serious. ब्रज क्षेत्र में तो भंग की तरंग का ऐसा जोर है कि जो छाने वो ताने , जो न छाने वो भी न जाने और ना ही माने. खुमार तो मुझ पर भी छा रहा है,इतिहास का विद्यार्थी हूँ और इतिहास ही गड्ड-मड्ड हुआ जा रहा है. हांलांकि इस होली के माहौल में ये भी बता दूँ कि मैंने गोविंदा की एक फ़िल्म देखी थी,"क्योंकि मैं झूठ नहीं बोलता" तो देखिए मैं भी झूठ नहीं बोलता लेकिन आज अगर कुछ इधर का उधर हो जाये तो बस यही कहूँगा कि ,"बुरा न मानो होली है". ये तो हम सब ही जानते हैं कि होली हमारा सदियों पुराना त्योहार है और जब भगवान श्री कृष्ण ने पूतना का वध किया था तबसे होली मनाने की प्रथा शुरू हुयी यह ऐतिहासिक तथ्य हम सभी जानते हैं.बात जब इतिहास और होली की हो रही है तो लगे हाथ ये भी बता दूँ कि होली क