Posts

Showing posts from March, 2018

श्री रामनवमी की बधाई

Image
भये प्रगट कृपाला दीन दयाला कौशल्या हितकारी, हर्षित महतारी मुनि मन हारी अद्भुत रूप बिचारी। ................ ................. सुनि बचन सुजाना रोदन ठाना होई बालक सुरभूपा. आज बात भगवान अथवा राजा-राजकुमार की नहीं अपितु उस बालक की बात है जो जब खेलते थे,रोते थे तो सभी माता पिता की भांति उनके भी माता पिता हर्षित और प्रफुल्लित होते थे।बात उस शिष्य की है जो किशोरावस्था में ही एक साधारण मनुष्य की भांति अपने गुरु विश्वामित्र के साथ जंगलों में जाकर एक तरफ शिक्षा प्राप्त कर रहे थे तो दूसरी तरफ सात्विक कर्मों,यज्ञों आदि में विघ्न डालने वाले राक्षसों का संहार भी कर रहे थे।बात उस राजकुमार की है जिन्होंने राजा जनक के यहाँ आयोजित स्वयम्वर में कठिन प्रतियोगिता में भाग लेकर, शिवजी का दैवीय धनुष तोड़ कर,न सिर्फ मिथिलानरेश पुत्री राजकुमारी सीता से विवाह रचाया अपितु सारे विश्व को अपने भुजबल कौशल से परिचित कराया। आज उस एक साधारण व्यक्ति की बात है जो नंगे पाँव बियावान जंगल में अपने छोटे भाई और अपनी पत्नी के साथ निकल पड़ा था अपने पिता के वचन के मान के लिए।बात उस साधारण मनुष्य की है जो जंगली जानवरों से भरे भ

श्री जे0एन0चतुर्वेदी का निधन:एक युग का अंत

परसों 12 मार्च 2018 को अत्यन्त दुःखद समाचार मिला कि श्री जयेंद्र नाथ चतुर्वेदी जी का वाराणसी में देहावसान हो गया। स्व0 श्री जे0एन0चतुर्वेदी जी आगरा जिले के होलीपुरा के अत्यंत प्रतिष्ठित चतुर्वेदी परिवार के स्व0 श्री रूपकिशोर जी के पुत्र थे। श्री जे0एन0चतुर्वेदी जी ने इलाहाबाद विश्वविद्यालय से शिक्षा ग्रहण की थी और वो इलाहाबाद विश्वविद्यालय के सर सुंदरलाल हॉस्टल के अंतःवासी (inmate) रहे थे।वे 1951 बैच के भारतीय पुलिस सेवा (IPS) के अफसर थे।उनका नाम भारतीय पुलिस सेवा के अत्यन्त सम्मानित अधिकारियों में लिया जाता है।यदि उनको कार्यकुशलता,दक्षता,सादगी,गरिमा और ईमानदारी का पर्याय कहा जाए तो अतिशयोक्ति नहीं होगी।ये उनकी कार्यकुशलता और ईमानदारी की छवि का ही परिणाम था कि जब दिल्ली में पुलिस कमिश्नर प्रथा शुरू हुई तो वे दिल्ली के पहले पुलिस कमिश्नर नियुक्त किये गए।उनका दिल्ली के पुलिस कमिश्नर के रुप में कार्यकाल जुलाई 1978 से जनवरी 1980 तक का रहा था लेकिन इतने सालों बाद भी बताते हैं दिल्ली पुलिस में उनको एक आदर्श व्यक्तित्व के रूप में याद किया जाता है। स्व0श्री जे0एन0चतुर्वेदी जी 1 अप्रेल 1984