हमारे पूर्वज: स्व0 दुर्गाप्रसाद चतुर्वेदी समय 17वीं शताब्दी
हमारे पूर्वज: स्व0 दुर्गाप्रसाद चतुर्वेदी समय 17वीं शताब्दी फ़िरोज़ाबाद में हम लोगों के परिवार का इतिहास बहुत पुराना है और हमारे परिवार यानी कि सौश्रवस गोत्र (ऋषि विश्वामित्र से सम्बंधित गोत्र)के पुरोहित(अल्ल) वंश के फ़िरोज़ाबाद के चौबे अथवा चतुर्वेदी परिवार के ज्ञात मूल पुरुष हेमराज जी थे जिनका समय मुगल बादशाह अकबर का समकालीन काल बताया जाता है और उनके समय से हमारे इस परिवार का सिजरा (वंश वृक्ष;Family Tree) और इतिहास (कुछ पुश्त दर पुश्त सुनते हुए और काफी कुछ लिखित रूप में) हम परिवारीजनों पर उपलब्ध है.पितृ पक्ष का आरम्भ हो चुका है तो मैंने सोचा कि अपने घर के,अपने समाज के एक ऐसे बुजुर्ग के विषय में लिख कर उनको अपनी श्रद्धांजलि अर्पित करूं जिनसे जुड़ी इस घटना के अनेकों आयाम हैं. दुर्गाप्रसाद जी हमारे परिवार के मूल ज्ञात पुरुष हेमराज जी के पौत्र छोटेलाल जी के पुत्र थे.फ़िरोज़ाबाद से जुड़े चतुर्वेदी लोगों के लिए यहाँ यह बताना भी उचित होगा कि दुर्गाप्रसाद जी की प्रपौत्री ‘लछा’ का विवाह ‘पुराकन्हेरा’ के लालजीमल के हुआ था और बाद में इनकी संतति फ़िरोज़ाबाद की ही निवासी हो गईं.लछा के पौत्र बांकेलाल जी,