Posts

Showing posts from 2020

Chaturvedi Heritage-34

पालागन! 🙏🙏 आप सभी को शारदीय नवरात्रि की शुभकामनाएं! Chaturvedi Heritage-34  श्री माथुर चतुर्वेदी ब्राह्मणों के इतिहास,संस्कृति आदि की चर्चाओं के चैनल के इस एपीसोड में श्री माथुर चतुर्वेदी समुदाय के उन लोगों की चर्चा है जो राजकीय सेवाओं अर्थात पुलिस,पैरा मिलिट्री और जेल विभाग की सेवाओं में रहे। इसमें देश के स्वतंत्रता के बाद के अफसरों की चर्चा है। इससे पहले के समय के अफसरों की चर्चा एपीसोड 31,32 और 33 में की जा चुकी है उसी को आगे बढ़ाते हुए इस Episode-34 में  भारत की स्वतंत्रता के बाद के पुलिस,पैरा मिलिट्री और जेल विभाग के अफसरों की चर्चा है। चतुर्वेदी हैरीटेज सिरीज़ के अंतर्गत सरकारी सेवाओं में श्री माथुर चतुर्वेदी का यह भाग 4 है। इस ऐपिसोड में चर्चा हैं:- 1.1890 के दशक मेंउदयपुर राज्य  के पुलिस प्रमुख श्री माथुर चतुर्वेदी रहे थे 2.चौराहे पर रुकने वाले पुलिस के घोड़े का किस्सा 3.ब्रिटिश काल में इम्पीरियल पुलिस या I.P. में श्री माथुर चतुर्वेदी जो जयपुर के भी I.G.रहे थे 4.I.P.S.की सेवा के श्री माथुर चतुर्वेदी जिनकी भारत के I.G. CRPF बनने से पहले मृत्यु हो गयी 5.दिल्ली के पहले पुलिस कमिश्न

Atul's Diaries

My foreign travel diaries.In this channel I share my experiences of visiting different countries & continents. In these videos I have also shared my experiences of how I started my exports business. Please subscribe the channel and like & share the videos. Thanks! https://www.youtube.com/channel/UCEo3rLozRsEJ5jOqmP6Ka1Q

Chaturvedi Heritage-27

मेरे youtube channel की Chaturvedi Heritage सीरीज़ के तहत श्री माथुर चतुर्वेदी ब्राह्मणों के इतिहास और संस्कृति विषयक श्रृंखला Chaturvedi Heritage-27आपके समक्ष प्रस्तुत है. इसमें चर्चा है श्री माथुर चतुर्वेदी ब्राह्मण समुदाय की विरासत, इतिहास, किस्से, किंवदंतियों और समाज की विभूतियों की,उनके विभिन्न क्षेत्रों में योगदान की. Chaturvedi Heritage-27 यानी कि  इस एपिसोड में चर्चा है श्री माथुर चतुर्वेदी समुदाय में शुरू हुए पुनर्जागरण की,संगठन की चेतना की शुरुआत की और उसमें प्रारम्भिक योगदान देने वाली महान विभूतियों की। इस एपिसोड में जयपुर के प्रसिद्ध काशी भवन व उस से जुड़े लोगों की भी चर्चा है। कृपया इस वीडियो को LIKE कीजिये अधिकाधिक बांधवों में शेयर कीजिये और चैनल को Subscribe अवश्य कीजियेगा. धन्यवाद! पालागन 🙏🙏 अतुल चतुर्वेदी फ़िरोज़ाबाद https://youtu.be/6-TipDsKRo0

भारत That is INDIA

आज एक whatsapp group में हमारे देश के नाम भारत  that is India पर चर्चा हो रही थी तो इस विषय पर जो मेरे विचार थे वो मैंने भी प्रस्तुत किये। मेरे ये विचार किसी के विरोध में नहीं हैं अपितु इस विषय में ये मेरी सोच और मेरे अपने विचार हैं जिनमें कुछ लोगों के विचारों से भिन्नता हो सकती है।विचारों की भिन्नता से किसी के भी विचारों की न तो गुणवत्ता प्रभावित होती और ना ही उनका महत्व कम होता है।एक दूसरे के और एक दूसरे के विचारों के प्रति भी यही विचार वैभिन्नय और सम्मान हमारी पुरानी शास्त्रार्थ वाली संस्कृति का मूलाधार भी रहा है। भारत,भारतवर्ष या इंडिया नाम पर मेरे विचार प्रस्तुत हैं। जिस भूखण्ड को हम लोग आज भारतवर्ष के नाम से जानते हैं उसके प्राचीन नामों में जम्बूद्वीप,बाद में जम्बूद्वीप भारतखण्डे, आर्यावर्त (मुख्यतः हिमालय और विंध्य रेंज के बीच का हिस्सा),सुमेरियन,असीरियन आदि सभ्यताओं में (लगभग 2300 से 4500 ईपू0)मेलुहा या मेलुक्खा अथवा भारत शब्द भी प्रारम्भ में आर्यावर्त के हिस्से को ही बताता था यद्यपि बाद में यह शब्द पूरे भौगोलिक क्षेत्र को इंगित करने लगा. जैन ग्रन्थों के अनुसार इस भौगोलिक क्षेत

Chaturvedi Heritage-7

Our Heritage channel;Chaturvedi Heritage-7 by Atul Chaturvedi इस एपीसोड में जिक्र है मध्यकाल में मथुरा के बाहर श्री माथुर चतुर्वेदी ब्राह्मणों की उपस्थिति के प्रमाणों का,भरत और भारत से माथुर चतुर्वेदी लोगों के सम्बंध का,प्रवासी भारतीयों के हालचाल लेने महात्मा गांधी जी ने किस माथुर चतुर्वेदी को दक्षिण अफ्रीका भेजा था,कैसे पद्मभूषण दादाजी बनारसीदास चतुर्वेदी जी ने भारत के स्वतंत्रता संग्राम के शहीदों के परिजनों को खोजा,इलाहाबाद में स्वतंत्रता आंदोलन के एक प्रमुख केंद्र आनन्द भवन और माथुर चतुर्वेदियों के सम्बंध की भी चर्चा इस एपीसोड में है. https://youtu.be/E-lEueAcM5A

सनातन धर्म

सनातन धर्म/हिंदू या जीवन प्रणाली कभी संकीर्ण नहीं रहे.जैसे गंगोत्री से गंगा की पवित्र किन्तु छोटी सी धारा शनैः शनैः अपना रूप बदलते हुए,रास्ते में मिलने वाली अनेकों छोटी बड़ी धाराओं को अपने में समाहित करते हुए विशाल और विशालतर होती चली जाती है और अंततः समुद्र में आत्मसात हो जाती है कुछ ऐसा ही सनातन है जो हजारों सालों से विभिन्न विचारधाराओं,सभ्यताओं की सोच और मान्यताओं को अपने में आत्मसात करता रहा है और इसीलिए प्राचीनता के साथ स्वयं सदैव आधुनिक और नवीन रहा है और सदैव नयी मान्यताओं,सुधारों को अपनाने हेतु तैयार. आज जैसे गंगा में प्रदूषण रोकने की जरूरत है वैसे ही सनातन हिंदू धर्म की चिरन्तन अविरल बहती पवित्र धारा में कट्टरता रूपी प्रदूषण रोकने की आवश्यकता है.ध्यान रखिये खाली वैदिक,शाक्त,वैष्णव या शैव कोई एक सनातन धर्म नहीं है बल्कि समय समय पर सनातन ने इन सबको आत्मसात किया है.कोई मूर्ति पूजा,निर्गुण या तंत्र अकेला सनातन नहीं है अपितु ये सब उसमें घुले मिले हैं.कोई कपड़े पहने या भगवा या श्वेत वस्त्र धारी या निर्वस्त्र अकेला सनातन अवलंबी नहीं है अपितु ये सभी हैं,कोई जटाजूटधारी या केशहीन गंजा अकेल